शनिवार, 8 मार्च 2025

कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी: क्या है, कैसे काम करती है और इसके फायदे

 


कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी: क्या है, कैसे काम करती है और इसके फायदे

परिचय

आज के समय में स्किन केयर और मेडिकल साइंस में नई-नई तकनीकों का विकास हो रहा है। इन्हीं में से एक है कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी। यह थेरेपी त्वचा को रिजुवनेट करने, मुंहासों को खत्म करने और एंटी-एजिंग के रूप में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कोल्ड प्लाज्मा वास्तव में क्या है, यह कैसे काम करता है और इसके फायदे क्या हैं? इस लेख में हम आपको कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी की पूरी जानकारी देंगे।


कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी क्या है?

कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी एक नॉन-इनवेसिव (बिना कट या इंजेक्शन वाली) तकनीक है, जिसमें आयोनाइज़्ड गैस का उपयोग करके त्वचा और घावों को ठीक किया जाता है। इसे कोल्ड इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह बिना किसी जलन या गर्मी के, त्वचा पर ऊर्जा प्रदान करता है, जिससे त्वचा के कोशिकाओं की मरम्मत होती है।

प्लाज्मा चार अवस्थाओं में से एक है - ठोस, द्रव, गैस और प्लाज्मा। जब गैस को ऊर्जा दी जाती है, तो यह प्लाज्मा में बदल जाती है, जिससे इलेक्ट्रॉनों और आयनों का मिश्रण बनता है। यह कोल्ड प्लाज्मा त्वचा पर लगाने से बैक्टीरिया नष्ट होते हैं और कोशिकाओं की मरम्मत तेजी से होती है।


कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी कैसे काम करती है?

कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी एक हाई-टेक डिवाइस की मदद से दी जाती है, जिसमें हवा को इलेक्ट्रिकल एनर्जी से चार्ज किया जाता है, जिससे कोल्ड प्लाज्मा उत्पन्न होता है। यह प्लाज्मा त्वचा से संपर्क करने के बाद, कोशिकाओं में इलेक्ट्रॉनिक परिवर्तन करता है, जिससे त्वचा की रिकवरी और रीजेनेरेशन शुरू हो जाती है।

मुख्य कार्यप्रणाली:

  1. डिवाइस की मदद से प्लाज्मा उत्पन्न किया जाता है।
  2. त्वचा की ऊपरी परत में प्रवेश कर यह बैक्टीरिया और संक्रमण को नष्ट करता है।
  3. कोशिकाओं को नया जीवन देता है और टिशूज़ को ठीक करता है।
  4. स्किन टाइटनिंग, कोलेजन प्रोडक्शन और चमकदार त्वचा पाने में मदद करता है।

कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी के फायदे



कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी केवल स्किन केयर तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे मेडिकल ट्रीटमेंट में भी इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं इसके प्रमुख फायदे:

1. एंटी-एजिंग और त्वचा की चमक

  • यह थेरेपी त्वचा में कोलेजन उत्पादन को बढ़ाती है, जिससे झुर्रियां और फाइन लाइन्स कम होती हैं।
  • त्वचा को नए सेल्स बनाने में मदद मिलती है, जिससे यह युवा और ग्लोइंग दिखती है।

2. मुंहासों और स्किन इन्फेक्शन का इलाज

  • कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी बैक्टीरिया और वायरस को नष्ट करती है, जिससे मुंहासे, फंगल इन्फेक्शन और अन्य स्किन प्रॉब्लम्स दूर होती हैं।
  • यह ऑयली स्किन को बैलेंस करने में भी मदद करता है।

3. घाव भरने की प्रक्रिया को तेज करता है

  • डॉक्टर इसका उपयोग जलने, चोट और सर्जरी के घावों को जल्दी ठीक करने के लिए भी कर रहे हैं।
  • कोल्ड प्लाज्मा, ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाकर घाव भरने की प्रक्रिया को तेज करता है।

4. त्वचा को सुरक्षित और साइड इफेक्ट मुक्त रखता है

  • अन्य स्किन ट्रीटमेंट (जैसे लेजर) के मुकाबले, कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी में कोई दर्द नहीं होता और यह त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाती
  • यह हर प्रकार की स्किन के लिए सुरक्षित है।

5. मेडिकल उपयोग

  • इस तकनीक का उपयोग डेंटिस्ट्री, वायरस और बैक्टीरिया नष्ट करने, और संक्रमण को रोकने के लिए भी किया जा रहा है।
  • कैंसर ट्रीटमेंट में भी इसके उपयोग पर रिसर्च जारी है।

कोल्ड प्लाज्मा फेशियल: क्या होता है और क्यों जरूरी है?

आजकल कोल्ड प्लाज्मा फेशियल काफी लोकप्रिय हो रहा है। यह एक एडवांस्ड स्किन केयर ट्रीटमेंट है, जो त्वचा को बिना किसी हार्श केमिकल या पेनफुल ट्रीटमेंट के ग्लोइंग और हेल्दी बनाता है।

कोल्ड प्लाज्मा फेशियल के लाभ:

त्वचा को डीप क्लीन करता है
डेड स्किन सेल्स को हटाता है
ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को कम करता है
स्किन कोमल और मुलायम बनाता है
नए स्किन सेल्स को बढ़ावा देता है

अगर आप केमिकल फेशियल से बचना चाहते हैं और नेचुरल स्किन ग्लो पाना चाहते हैं, तो कोल्ड प्लाज्मा फेशियल बेहतर विकल्प हो सकता है।


क्या कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी सुरक्षित है?



हाँ! कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी पूरी तरह से सुरक्षित और साइड इफेक्ट मुक्त है। यह कोई दर्द, जलन या नुकसान नहीं पहुंचाती, इसलिए इसे हर प्रकार की त्वचा पर इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है, खासकर यदि आपकी त्वचा अत्यधिक संवेदनशील (Sensitive) है।


निष्कर्ष

कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी स्किन केयर और मेडिकल फील्ड में एक क्रांतिकारी खोज है। यह त्वचा को हेल्दी, क्लियर और यंग बनाने में मदद करती है, साथ ही इन्फेक्शन और घावों को भी तेजी से ठीक करने में कारगर है।

अगर आप एक बिना दर्द और बिना साइड इफेक्ट्स वाली एडवांस स्किन केयर थेरेपी चाहते हैं, तो कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी आपके लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प हो सकती है।

तो क्या आप कोल्ड प्लाज्मा थेरेपी ट्राई करना चाहेंगे? 😃 हमें कमेंट में बताएं!


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शुक्रवार, 7 मार्च 2025

कमल सिल्क क्यों इतनी महंगी होती है? | कमल से सिल्क कपड़ा बनने की पूरी प्रक्रिया


 

भूमिका

क्या आपने कभी सुना है कि कमल के तनों से भी रेशम बनाया जा सकता है? 🌿 यह विशेष प्रकार की सिल्क दुनिया की सबसे दुर्लभ और महंगी वस्त्रों में से एक मानी जाती है। कमल सिल्क पूरी तरह प्राकृतिक, हाथ से बनाई गई और पर्यावरण के अनुकूल होती है। इसकी बनावट मुलायम होती है और यह सामान्य सिल्क से भी अधिक हल्की और अनोखी होती है। लेकिन सवाल यह है कि कमल सिल्क इतनी महंगी क्यों होती है? 🤔 इस लेख में हम कमल सिल्क के निर्माण की पूरी प्रक्रिया को विस्तार से समझेंगे और जानेंगे कि यह इतना कीमती क्यों होता है।


कमल सिल्क क्या है?

कमल सिल्क एक हाथ से बनाई गई विशेष प्रकार की रेशमी वस्त्र होती है, जिसे कमल के तनों से निकाले गए रेशों से तैयार किया जाता है। यह विशेष रूप से म्यांमार, थाईलैंड, कंबोडिया और भारत के कुछ हिस्सों में बनाई जाती है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पूरी तरह प्राकृतिक और रासायनिक मुक्त होती है।


कमल सिल्क बनाने की प्रक्रिया

कमल सिल्क बनाने की पूरी प्रक्रिया बहुत कठिन और समय लेने वाली होती है। आइए इसे चरणों में समझते हैं:

1. कमल के तनों का संग्रहण

सबसे पहले, ताजे कमल के फूलों के तने तोड़े जाते हैं। ये तने विशेष रूप से उन क्षेत्रों से लिए जाते हैं जहां कमल प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जैसे झीलों, तालाबों और नदियों के किनारे।

2. रेशों का निष्कर्षण

अब इन तनों को ध्यानपूर्वक खोला जाता है ताकि इनके अंदर छिपे हुए महीन और मजबूत रेशे निकाले जा सकें। यह प्रक्रिया पूरी तरह से हाथ से की जाती है, क्योंकि मशीनों से ये नाजुक रेशे खराब हो सकते हैं।

3. रेशों की सफाई और सुखाने की प्रक्रिया

तनों से निकाले गए रेशों को धीरे-धीरे खींचकर लंबा किया जाता है और फिर उन्हें पानी से धोकर सुखाया जाता है। यह प्रक्रिया रेशम की शुद्धता और मजबूती बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है

4. धागों की कताई और बुनाई

साफ किए गए इन रेशों को धागों में काता जाता है और फिर इन्हें हथकरघे पर बुना जाता है। इस दौरान बहुत ही बारीक और धैर्यपूर्वक बुनाई की जाती है, ताकि सिल्क का हर धागा एक समान और मजबूत रहे।

5. अंतिम कपड़े की फिनिशिंग

बुने गए कपड़े को हथेलियों से धीरे-धीरे चिकना किया जाता है, जिससे यह और भी मुलायम और चमकदार दिखता है। इसके बाद इसे तैयार वस्त्र के रूप में काटकर रंगा जा सकता है, हालांकि इसकी प्राकृतिक सुनहरी झलक सबसे ज्यादा पसंद की जाती है।


कमल सिल्क इतनी महंगी क्यों होती है?

कमल सिल्क को दुनिया की सबसे महंगी वस्त्रों में से एक माना जाता है, इसके पीछे कई कारण हैं:

  1. दुर्लभता - यह बहुत ही कम देशों में बनाई जाती है और हर साल इसकी सीमित मात्रा ही उपलब्ध होती है।
  2. श्रम-गहन प्रक्रिया - कमल सिल्क पूरी तरह हाथ से बनाई जाती है और इसे तैयार करने में बहुत अधिक समय और मेहनत लगती है।
  3. प्राकृतिक और पर्यावरण के अनुकूल - यह बिना किसी रासायनिक प्रक्रिया के तैयार की जाती है, जिससे यह पूरी तरह से जैविक और टिकाऊ होती है।
  4. हल्का और सांस लेने योग्य कपड़ा - कमल सिल्क बहुत हल्का, मुलायम और आरामदायक होता है, जिससे यह विशेष रूप से गर्मी के कपड़ों के लिए उपयुक्त बनता है।
  5. उच्च लागत और सीमित उत्पादन - चूंकि कमल सिल्क बनाने की प्रक्रिया लंबी होती है और इसमें महीनों का समय लग सकता है, इसलिए इसकी कीमत भी बहुत अधिक होती है।

कमल सिल्क के फायदे

कमल सिल्क न केवल महंगी होती है, बल्कि इसके कई अद्भुत फायदे भी हैं:
हाइपोएलर्जेनिक – यह त्वचा के लिए सुरक्षित है और किसी भी प्रकार की एलर्जी नहीं होती।
शीतल और हल्का – गर्मियों में इसे पहनना बेहद आरामदायक होता है।
पसीना सोखने की क्षमता – यह सिल्क प्राकृतिक रूप से नमी को सोखती है और शरीर को ठंडा रखती है।
लक्जरी और स्टाइलिश – यह आम रेशम से भी अधिक सुंदर और चमकदार दिखती है।


कमल सिल्क का उपयोग कहां किया जाता है?

कमल सिल्क का उपयोग लक्जरी फैशन और उच्च श्रेणी के परिधानों में किया जाता है। इसे विशेष रूप से शाल, स्कार्फ, डिजाइनर कपड़े और बौद्ध भिक्षुओं के वस्त्र बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।


निष्कर्ष

कमल सिल्क केवल एक कपड़ा नहीं, बल्कि कला और परंपरा का अद्भुत संगम है। इसकी श्रम-साध्य निर्माण प्रक्रिया, प्राकृतिक गुण, दुर्लभता और उच्च गुणवत्ता इसे एक अत्यंत मूल्यवान वस्त्र बनाते हैं। हालांकि यह महंगा है, लेकिन इसकी अनोखी बनावट और टिकाऊपन इसे दुनिया के सबसे उत्कृष्ट वस्त्रों में से एक बनाते हैं।

तो अगली बार जब आप कमल सिल्क देखें, तो यह जरूर याद रखें कि इसके पीछे कितनी मेहनत और शुद्ध कारीगरी छिपी हुई है। 💖





गुरुवार, 6 मार्च 2025

नई तकनीकों से भवन निर्माण और वॉफल स्लैब का उपयोग

 


भूमिका

भवन निर्माण तकनीकों में निरंतर सुधार और नवाचार हो रहे हैं। आज के समय में, पारंपरिक निर्माण विधियों के साथ-साथ कई नई तकनीकें विकसित की गई हैं जो भवन निर्माण को अधिक मजबूत, किफायती और टिकाऊ बनाती हैं। इनमें से एक प्रमुख तकनीक वॉफल स्लैब है, जो आधुनिक भवनों में अधिक लोकप्रिय हो रही है। इस लेख में, हम नई निर्माण तकनीकों पर चर्चा करेंगे और वॉफल स्लैब के उपयोग और फायदों को विस्तार से समझेंगे।


भवन निर्माण की नई तकनीकें

1. प्रीफैब्रिकेटेड निर्माण तकनीक

प्रीफैब्रिकेटेड निर्माण तकनीक में भवन के विभिन्न हिस्सों को पहले से तैयार कर फैक्ट्री में बनाया जाता है और फिर साइट पर असेंबल किया जाता है। इससे समय और लागत की बचत होती है। इस तकनीक का उपयोग उच्च-गुणवत्ता वाली संरचनाओं के निर्माण में किया जाता है।

2. 3डी प्रिंटेड भवन निर्माण

3डी प्रिंटिंग तकनीक तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इसमें विशेष प्रकार के रोबोटिक प्रिंटर का उपयोग करके कंक्रीट, प्लास्टिक, और अन्य सामग्रियों से इमारतें बनाई जाती हैं। यह तकनीक सस्ता और तेज निर्माण सुनिश्चित करती है।

3. ग्रीन बिल्डिंग टेक्नोलॉजी

पर्यावरण-संवेदनशील निर्माण के लिए ग्रीन बिल्डिंग तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इसमें सौर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन, और ऊर्जा कुशल सामग्री का उपयोग किया जाता है जिससे बिजली और पानी की बचत होती है।

4. मॉड्यूलर कंस्ट्रक्शन

इस तकनीक में भवन के भागों को अलग-अलग तैयार कर फिर साइट पर जोड़ दिया जाता है। इससे निर्माण तेज और आसान हो जाता है। इस पद्धति का उपयोग बड़े पैमाने पर होटलों, अस्पतालों और वाणिज्यिक भवनों के निर्माण में किया जा रहा है।

5. वॉफल स्लैब तकनीक

वॉफल स्लैब एक आधुनिक निर्माण तकनीक है जो संरचना को अधिक मजबूत और टिकाऊ बनाती है। यह पारंपरिक स्लैब की तुलना में हल्की और अधिक प्रभावी होती है।


वॉफल स्लैब क्या है?

वॉफल स्लैब एक विशेष प्रकार का स्लैब होता है जिसमें ग्रिड पैटर्न में खोखले ब्लॉक्स होते हैं। इन ब्लॉक्स के कारण स्लैब की ताकत बढ़ती है और निर्माण सामग्री की बचत होती है। इसे ‘रिब्ड स्लैब’ भी कहा जाता है। यह तकनीक उन इमारतों के लिए उपयुक्त होती है जहां बड़े स्पैन (लंबाई और चौड़ाई) की आवश्यकता होती है।


वॉफल स्लैब का उपयोग और लाभ

1. भार वहन करने की क्षमता अधिक होती है

वॉफल स्लैब की संरचना ऐसी होती है कि यह पारंपरिक स्लैब की तुलना में अधिक भार सहन कर सकती है। इसलिए यह तकनीक बड़े हॉल, शॉपिंग मॉल, मल्टीप्लेक्स और ऑफिस बिल्डिंग्स में उपयोगी होती है।

2. सामग्री की बचत होती है

वॉफल स्लैब में ठोस कंक्रीट की मात्रा कम होती है, जिससे निर्माण सामग्री की बचत होती है। इससे निर्माण लागत भी कम होती है।

3. डिजाइन में लचीलापन

इस तकनीक से इमारतों को मजबूत बनाने के साथ-साथ आकर्षक डिजाइन भी दिए जा सकते हैं। इसकी ग्रिड संरचना आर्किटेक्चरल डिजाइनों में अनोखी सुंदरता जोड़ती है।

4. संरचनात्मक स्थिरता में सुधार

वॉफल स्लैब की ग्रिड संरचना इसे भूकंपरोधी बनाती है। यह कंपन को बेहतर तरीके से अवशोषित कर सकता है, जिससे इमारतें अधिक सुरक्षित होती हैं।

5. ध्वनि और तापमान नियंत्रण

वॉफल स्लैब की खोखली संरचना ध्वनि और तापमान नियंत्रण में मदद करती है, जिससे कमरे अधिक शांत और ऊर्जा-कुशल बनते हैं।

6. लंबी अवधि तक मजबूती

इस तकनीक से निर्मित भवन अधिक समय तक मजबूत रहते हैं और मरम्मत की आवश्यकता कम होती है।


वॉफल स्लैब निर्माण की प्रक्रिया

1. फॉर्मवर्क सेटअप

सबसे पहले वॉफल स्लैब के लिए विशेष फॉर्मवर्क तैयार किया जाता है, जिसमें ग्रिड पैटर्न बनाए जाते हैं।

2. स्टील बार और रीइंफोर्समेंट

फॉर्मवर्क के ऊपर स्टील बार और अन्य रीइंफोर्समेंट लगाए जाते हैं जिससे स्लैब मजबूत बनाया जा सके।

3. कंक्रीट डालना

इसके बाद कंक्रीट डाला जाता है और इसे ठीक से जमने के लिए कुछ दिनों तक छोड़ दिया जाता है।

4. फॉर्मवर्क हटाना

कंक्रीट के सख्त हो जाने के बाद फॉर्मवर्क को हटाया जाता है और तैयार वॉफल स्लैब मिल जाता है।


वॉफल स्लैब का उपयोग किन संरचनाओं में किया जाता है?

  1. वाणिज्यिक भवन – ऑफिस, मॉल, थिएटर और होटल में उपयोग किया जाता है।

  2. औद्योगिक भवन – कारखाने और गोदामों में बड़े स्पैन के लिए उपयोगी।

  3. शैक्षिक संस्थान – विश्वविद्यालय और स्कूलों में बड़े हॉल के लिए उपयुक्त।

  4. अस्पताल – व्यापक और मजबूत संरचना की आवश्यकता वाले स्थानों पर उपयोगी।


निष्कर्ष

नई निर्माण तकनीकें, जैसे कि प्रीफैब्रिकेशन, 3डी प्रिंटिंग, और मॉड्यूलर निर्माण, भवन निर्माण को अधिक कुशल और टिकाऊ बना रही हैं। वॉफल स्लैब एक बेहतरीन तकनीक है जो न केवल लागत और सामग्री की बचत करती है, बल्कि संरचना को अधिक मजबूत और टिकाऊ भी बनाती है। यह तकनीक बड़े स्पैन वाली इमारतों के लिए सबसे उपयुक्त है और आधुनिक निर्माण में इसकी मांग बढ़ रही है। यदि आप मजबूत, किफायती और आकर्षक संरचना बनाना चाहते हैं, तो वॉफल स्लैब तकनीक निश्चित रूप से एक अच्छा विकल्प हो सकती है।

बुधवार, 5 मार्च 2025

हजारों की भीड़ में सुरक्षित रहने के उपाय | भगदड़ से बचाव के तरीके

 भगदड़ एक खतरनाक स्थिति होती है, जिसमें भीड़ के दबाव से लोग घायल हो सकते हैं या अपनी जान तक गंवा सकते हैं। अक्सर यह धार्मिक स्थलों, खेल के मैदानों, संगीत समारोहों, त्योहारों, या अन्य भीड़-भाड़ वाले इलाकों में होता है। ऐसी स्थिति में सही निर्णय और सावधानी बरतना आपकी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है। इस लेख में हम भगदड़ के दौरान बचने के लिए जरूरी सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।



1. भगदड़ क्यों होती है?

भगदड़ कई कारणों से हो सकती है, जिनमें प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

  • भीड़ का नियंत्रण खो देना – जब कोई इवेंट या स्थान उम्मीद से ज्यादा लोगों से भर जाता है, तो भगदड़ की संभावना बढ़ जाती है।
  • अचानक भय और अफवाह – अगर किसी को अचानक डर लगता है या कोई अफवाह फैलती है (जैसे बम की खबर या आग लगने की अफवाह), तो लोग घबराहट में भागने लगते हैं।
  • संकीर्ण रास्ते या सीमित निकासी मार्ग – अगर भीड़ को बाहर निकलने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिलती, तो भगदड़ हो सकती है।
  • अनियंत्रित धक्का-मुक्की – जब लोग तेजी से आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं, तो वे एक-दूसरे को धक्का देते हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ जाती है।
  • प्राकृतिक आपदा – भूकंप, तूफान या आग लगने जैसी स्थितियों में भी भगदड़ हो सकती है।

अब सवाल यह है कि अगर आप कभी ऐसी स्थिति में फंस जाएं, तो खुद को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं? आइए जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय।


2. भगदड़ से बचने के लिए पहले से तैयारी करें

भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से पहले कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी होती हैं:

  • निकासी मार्गों की पहचान करें – जिस स्थान पर आप जा रहे हैं, वहां के आपातकालीन निकास दरवाजों को पहले से देख लें।
  • आरामदायक कपड़े और जूते पहनें – ऐसे कपड़े और जूते पहनें जो दौड़ने और जल्दी से आगे बढ़ने में सहायक हों।
  • हल्का सामान रखें – भारी बैग या अनावश्यक सामान न ले जाएं, क्योंकि ये भागने में बाधा बन सकते हैं।
  • भीड़ के बीच में न फंसे – किसी आयोजन में हमेशा ऐसे स्थान पर खड़े हों जहां से निकलने का रास्ता आसानी से मिल सके।

3. भगदड़ के दौरान खुद को कैसे बचाएं?



अगर आप किसी भीड़-भाड़ वाली जगह में फंस जाते हैं और भगदड़ शुरू हो जाती है, तो निम्नलिखित उपाय अपनाएं:

✅ 1. घबराएं नहीं, शांत रहें

अक्सर भगदड़ में लोग घबराहट के कारण गलत निर्णय लेते हैं। शांत रहना सबसे जरूरी है। कोशिश करें कि आप खुद को संयम में रखें और बिना सोचे-समझे दौड़ने से बचें।

✅ 2. भीड़ की दिशा में ही आगे बढ़ें

कभी भी भीड़ के विपरीत जाने की कोशिश न करें, इससे गिरने या चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। भीड़ के साथ ही धीरे-धीरे आगे बढ़ें।

✅ 3. अपने शरीर को संतुलित रखें

  • पैरों को मजबूती से जमीन पर रखें।
  • अगर संभव हो तो अपने हाथों को छाती के सामने क्रॉस (X) बनाकर रखें ताकि सीने पर दबाव कम पड़े।
  • अपने शरीर को सीधा रखें और झुकने से बचें।

✅ 4. गिरने से बचें, लेकिन अगर गिर जाएं तो तुरंत सुरक्षा लें

अगर किसी कारणवश आप गिर जाएं तो

  1. तुरंत उठने की कोशिश करें।
  2. अगर उठना संभव न हो, तो गेंद की तरह गोल होकर अपने सिर और गर्दन को दोनों हाथों से ढक लें।
  3. अपने घुटनों को मोड़ लें ताकि आपके महत्वपूर्ण अंग सुरक्षित रहें।

✅ 5. सांस लेने के लिए जगह बनाएं

भीड़ में बहुत ज्यादा दबाव होने से सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। ऐसे में अपने दोनों हाथों से छाती के पास जगह बनाने की कोशिश करें ताकि आपको पर्याप्त हवा मिल सके।

✅ 6. किसी ठोस वस्तु का सहारा लें

अगर कोई दीवार, खंभा, या कोई और मजबूत चीज आसपास हो, तो उसका सहारा लेकर खुद को संतुलित करने की कोशिश करें।

✅ 7. निकासी मार्ग खोजें

जहां तक संभव हो, नजदीकी निकासी द्वार या खुली जगह की ओर बढ़ने का प्रयास करें।

✅ 8. अपने ग्रुप से अलग न हों

अगर आप परिवार या दोस्तों के साथ हैं, तो एक-दूसरे का हाथ मजबूती से पकड़कर आगे बढ़ें।


4. भगदड़ के बाद क्या करें?

जब आप किसी तरह सुरक्षित बाहर आ जाएं, तो निम्नलिखित कार्य करें:

  • किसी ऊँचे स्थान या खुले क्षेत्र में जाएं ताकि आप सुरक्षित रह सकें।
  • अगर आपको चोट लगी है, तो तुरंत मेडिकल सहायता लें।
  • पुलिस या सुरक्षा अधिकारियों को सूचना दें ताकि अन्य लोगों की भी मदद की जा सके।
  • अगर संभव हो तो अन्य फंसे हुए लोगों की मदद करें।

5. भगदड़ से बचने के लिए अतिरिक्त सावधानियां

  • किसी भीड़-भाड़ वाली जगह में बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
  • अगर आपको लगता है कि भीड़ बहुत ज्यादा हो रही है, तो वहां से समय रहते निकल जाएं।
  • किसी अफवाह या झूठी खबर पर तुरंत प्रतिक्रिया न दें, पहले सत्यता की जांच करें।
  • अगर किसी आयोजन में अधिक भीड़ दिखे, तो आयोजकों से सुरक्षा उपायों की जानकारी लें।

निष्कर्ष

भगदड़ एक खतरनाक स्थिति होती है, लेकिन सही जानकारी और सावधानी से आप इससे बच सकते हैं। सबसे जरूरी बात यह है कि हमेशा सतर्क रहें, भीड़ के दबाव को समझें, और सही दिशा में कदम उठाएं। अगर आप कभी ऐसी स्थिति में फंस जाएं, तो घबराने के बजाय शांत रहकर, भीड़ के साथ चलते हुए, निकासी मार्ग ढूंढें और सुरक्षित रहने के उपाय अपनाएं।

इस लेख में बताए गए उपाय आपकी और आपके प्रियजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद कर सकते हैं। इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें ताकि वे भी इस महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत हो सकें।

🙏 सुरक्षित रहें, सतर्क रहें!



मंगलवार, 4 मार्च 2025

विशालकाय ब्लूफिन टूना इतनी महंगी क्यों है? | जापान की प्रतीकात्मक मछली

परिचय

ब्लूफिन टूना मछली दुनिया की सबसे कीमती और प्रतिष्ठित मछलियों में से एक है। खासतौर पर जापान में इसे अत्यधिक सम्मान दिया जाता है। यह मछली अपने स्वाद, दुर्लभता और सुशी उद्योग में महत्वपूर्ण भूमिका के कारण बहुत महंगी होती है। आइए जानें कि आखिर क्यों ब्लूफिन टूना इतनी महंगी होती है और यह जापान की संस्कृति में इतनी महत्वपूर्ण क्यों मानी जाती है।



ब्लूफिन टूना क्या है?
ब्लूफिन टूना एक विशाल समुद्री मछली होती है, जिसे वैज्ञानिक रूप से Thunnus thynnus कहा जाता है। यह मुख्य रूप से उत्तरी अटलांटिक और प्रशांत महासागरों में पाई जाती है। यह मछली बहुत तेज़ तैरने वाली होती है और हजारों किलोमीटर की यात्रा कर सकती है। इसकी कुछ प्रमुख प्रजातियाँ हैं:

  • अटलांटिक ब्लूफिन टूना

  • प्रशांत ब्लूफिन टूना

  • दक्षिणी ब्लूफिन टूना

ब्लूफिन टूना इतनी महंगी क्यों होती है?



  1. दुर्लभता और अधिक मांग
    ब्लूफिन टूना की संख्या तेजी से घट रही है, जिससे इसकी मांग और कीमत दोनों बढ़ गई हैं। अधिक मछली पकड़ने (ओवरफिशिंग) के कारण इसकी आबादी कम हो गई है, जिससे यह एक विलुप्तप्राय प्रजाति बन चुकी है।

  2. विशेष स्वाद और गुणवत्ता
    ब्लूफिन टूना का मांस बेहद स्वादिष्ट और नरम होता है, जिसमें एक विशेष उमामी (Umami) स्वाद होता है। इसकी चर्बी की बनावट इसे सुशी और साशिमी के लिए सबसे बेहतरीन विकल्प बनाती है।

  3. सुशी उद्योग में महत्वपूर्ण भूमिका
    जापान में सुशी और साशिमी बेहद लोकप्रिय व्यंजन हैं। सुशी शेफ विशेष रूप से ब्लूफिन टूना के विभिन्न हिस्सों का उपयोग करते हैं, जिसमें ओटरो (सबसे वसा युक्त भाग) और चू-टरो (मध्यम वसा युक्त भाग) शामिल हैं।

  4. नीलामी में ऊँची बोली
    टोक्यो के प्रसिद्ध त्सुकिजी और टोयोसु मछली बाजारों में हर साल ब्लूफिन टूना की नीलामी होती है। कई बार यह मछली करोड़ों में बिकती है। 2019 में, कियोशी किमुरा नामक एक सुशी रेस्तरां मालिक ने एक ब्लूफिन टूना को लगभग 3.1 मिलियन डॉलर (लगभग 22 करोड़ रुपये) में खरीदा था।

  5. कठिनाई से पकड़ना और पालन-पोषण
    ब्लूफिन टूना को पकड़ना बेहद कठिन होता है। यह मछली बहुत तेज़ तैरती है और इसे पकड़ने के लिए विशेष तकनीकों और उपकरणों की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, ब्लूफिन टूना का फार्मिंग भी आसान नहीं है, क्योंकि इसे समुद्री वातावरण की जरूरत होती है।

  6. पर्यावरणीय और कानूनी प्रतिबंध
    अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्लूफिन टूना के संरक्षण के लिए कई नियम बनाए गए हैं। इसकी मछली पकड़ने की सीमा तय की गई है, जिससे इसकी उपलब्धता और कीमत दोनों प्रभावित होती हैं।

ब्लूफिन टूना और जापानी संस्कृति
जापान में ब्लूफिन टूना सिर्फ एक मछली नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक प्रतीक भी है। इसे जापानी परंपराओं और उच्चस्तरीय खान-पान का प्रतीक माना जाता है। सुशी के प्रेमी इस मछली को एक अनमोल व्यंजन मानते हैं।

निष्कर्ष
ब्लूफिन टूना की कीमत उसकी दुर्लभता, उत्कृष्ट स्वाद, और जापानी खान-पान में उसके महत्व के कारण बहुत अधिक होती है। हालांकि इसके अत्यधिक शिकार के कारण यह प्रजाति संकट में है, लेकिन संरक्षण प्रयासों के जरिए इसकी संख्या बढ़ाने की कोशिशें की जा रही हैं। अगर इस मछली का सही तरीके से संरक्षण किया जाए, तो भविष्य में भी लोग इसका आनंद ले सकते हैं।

डेजा वू: एक रहस्यमयी मानसिक अनुभव



परिचय

क्या आपने कभी ऐसा महसूस किया है कि आप किसी नई स्थिति में होते हुए भी पहले इसे अनुभव कर चुके हैं? अगर हां, तो आपने "डेजा वू" (Déjà Vu) का अनुभव किया है। यह एक ऐसा मानसिक अनुभव है जिसमें व्यक्ति को लगता है कि वर्तमान में हो रही घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। हालाँकि, यह अनुभव वास्तविकता से मेल नहीं खाता, फिर भी यह अत्यधिक यथार्थवादी प्रतीत होता है। यह घटना रहस्यमयी, दिलचस्प और कभी-कभी भ्रमित करने वाली होती है।

डेजा वू का अर्थ और उत्पत्ति

"डेजा वू" एक फ्रेंच शब्द है, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है "पहले देखा हुआ"। इसे सबसे पहले 19वीं शताब्दी में मनोवैज्ञानिकों द्वारा परिभाषित किया गया था। यह अनुभव किसी विशेष स्थान, व्यक्ति या वार्तालाप के दौरान उत्पन्न हो सकता है। कई लोग इसे अपने अवचेतन मस्तिष्क की गहराई में छिपी यादों से जोड़कर देखते हैं।

डेजा वू के संभावित कारण

हालांकि डेजा वू का सटीक कारण अभी तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं हुआ है, फिर भी वैज्ञानिकों ने इसके पीछे कई संभावित सिद्धांत प्रस्तुत किए हैं:

1. मस्तिष्क की सूचना प्रसंस्करण प्रक्रिया में गड़बड़ी

कुछ वैज्ञानिक मानते हैं कि डेजा वू तब होता है जब मस्तिष्क एक ही सूचना को दो बार संसाधित करता है - पहली बार अनजाने में और दूसरी बार पूरी तरह से जागरूक होकर। यह न्यूरोलॉजिकल प्रक्रिया कभी-कभी असंतुलित हो जाती है, जिससे व्यक्ति को यह महसूस होता है कि उसने इस स्थिति को पहले भी देखा या अनुभव किया है।

2. स्मृति और अवचेतन मन

एक अन्य सिद्धांत यह कहता है कि डेजा वू वास्तव में अवचेतन मन में संग्रहीत पुरानी स्मृतियों से संबंधित होता है। यह संभव है कि व्यक्ति ने पहले किसी समान स्थिति का अनुभव किया हो, लेकिन उसे स्पष्ट रूप से याद न हो। जब वह उसी से मिलती-जुलती परिस्थिति का सामना करता है, तो मस्तिष्क उसे 'पहले का अनुभव' मान लेता है।

3. सपनों और वास्तविकता का मिश्रण

कई शोधकर्ताओं का मानना है कि डेजा वू का संबंध सपनों से भी हो सकता है। कई बार व्यक्ति सपनों में किसी स्थान या घटना का अनुभव करता है और जब वास्तविकता में वह उसी से मिलता-जुलता अनुभव करता है, तो उसे लगता है कि वह पहले भी ऐसा देख चुका है।

4. न्यूरोलॉजिकल गड़बड़ी

मिर्गी (Epilepsy) के रोगियों में डेजा वू की घटना अधिक सामान्य रूप से देखी गई है। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह मस्तिष्क के टेम्पोरल लोब (Temporal Lobe) में उत्पन्न अस्थायी असामान्य विद्युत गतिविधियों के कारण हो सकता है।

डेजा वू का प्रभाव और अनुभव

डेजा वू आमतौर पर कुछ सेकंड तक ही रहता है और इसके बाद व्यक्ति सामान्य महसूस करने लगता है। यह अनुभव किसी व्यक्ति को अजीब, रोमांचक या रहस्यमय लग सकता है। कुछ लोगों को यह डराने वाला भी लग सकता है, जबकि अन्य इसे एक रोचक मानसिक घटना मानते हैं। यह अनुभव आमतौर पर किसी भी नुकसानदेह प्रभाव के बिना समाप्त हो जाता है।

क्या डेजा वू भविष्यवाणी से जुड़ा है?

कुछ लोग मानते हैं कि डेजा वू का संबंध भविष्यवाणी या पूर्वज्ञान से हो सकता है, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इस बात का कोई प्रमाण नहीं है। हालांकि, कई धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताओं में डेजा वू को पुनर्जन्म या पूर्वजन्म की स्मृतियों से जोड़ा जाता है।

डेजा वू पर वैज्ञानिक शोध

विज्ञान में डेजा वू को समझने के लिए कई प्रयोग किए गए हैं। आधुनिक न्यूरोसाइंस और मस्तिष्क स्कैन तकनीकों से यह पता चला है कि यह अनुभव मुख्य रूप से मस्तिष्क के हिप्पोकैम्पस (Hippocampus) और टेम्पोरल लोब से जुड़ा होता है।

एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों को अक्सर डेजा वू का अनुभव होता है, उनके मस्तिष्क में सूचनाओं को संसाधित करने की प्रणाली थोड़ी अलग होती है। अन्य अध्ययनों में इसे स्मृति और संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं के साथ जोड़ा गया है।

डेजा वू और मानसिक स्वास्थ्य

डेजा वू सामान्य रूप से किसी मानसिक बीमारी का संकेत नहीं होता, लेकिन यदि यह बहुत अधिक बार हो रहा हो और व्यक्ति को चिंता या असहजता महसूस हो रही हो, तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए। अत्यधिक डेजा वू मिर्गी या अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का लक्षण भी हो सकता है।

निष्कर्ष

डेजा वू एक रहस्यमयी और रोचक मानसिक घटना है, जो हमें हमारे मस्तिष्क की जटिलताओं और रहस्यों के बारे में सोचने पर मजबूर करती है। यह एक सामान्य अनुभूति है, जिसका अनुभव अधिकतर लोग अपने जीवन में कभी न कभी करते हैं। हालांकि इसका सटीक कारण अभी तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन यह निश्चित है कि यह हमारे मस्तिष्क की असाधारण क्षमताओं का एक उदाहरण है।

डेजा वू विज्ञान, दर्शन और मनोविज्ञान के संगम पर खड़ा एक रहस्यमय विषय है, जो हमें हमारी वास्तविकता, स्मृति और चेतना के बारे में नए दृष्टिकोण प्रदान करता है।

सोमवार, 3 मार्च 2025

इस रूखी-सूखी गर्मी में अपनी स्किन को कैसे मेंटेन करें जिससे ज्यादा धूप न लगे !



 गर्मी का मौसम आते ही तेज धूप और बढ़ते तापमान के कारण हमारी त्वचा पर सीधा प्रभाव पड़ता है। धूप से टैनिंग, ड्राइनेस, सनबर्न और पसीने से स्किन प्रॉब्लम्स होना आम बात है। लेकिन अगर सही स्किन केयर रूटीन अपनाया जाए, तो इन समस्याओं से बचा जा सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे अपनी स्किन को गर्मी में मेंटेन करें ताकि ज्यादा धूप न लगे और त्वचा हेल्दी बनी रहे।


1. सनस्क्रीन लगाना न भूलें 

गर्मी में स्किन को धूप से बचाने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है सनस्क्रीन का उपयोग करना। बाहर निकलने से कम से कम 15-20 मिनट पहले SPF 30 या उससे अधिक वाला सनस्क्रीन लगाएं। अगर आप ज्यादा समय बाहर रहते हैं, तो हर 2-3 घंटे में इसे दोबारा लगाएं।


2. ढीले और हल्के कपड़े पहनें

गर्मियों में हल्के और ढीले सूती कपड़े पहनने से त्वचा को ठंडक मिलती है और ज्यादा पसीना नहीं आता। साथ ही, लॉन्ग-स्लीव्स वाले कपड़े और हैट पहनने से धूप सीधा स्किन पर नहीं पड़ती, जिससे सनबर्न और टैनिंग से बचाव होता है।


3. खूब पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें

गर्मी में शरीर से ज्यादा पसीना निकलने के कारण स्किन ड्राई और डल हो जाती है। इसलिए, दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। नारियल पानी, ताजे फल और हर्बल ड्रिंक्स लेने से भी त्वचा हाइड्रेटेड रहती है और ग्लो बना रहता है।


4. स्किन को नियमित रूप से क्लीन करें

गर्मी में धूल-मिट्टी और पसीने के कारण स्किन जल्दी गंदी हो जाती है। इसलिए रोजाना 2 बार फेसवॉश से चेहरा धोएं और अगर संभव हो तो हर्बल फेसवॉश या गुलाब जल का इस्तेमाल करें। इससे स्किन फ्रेश रहेगी और ऑयल कंट्रोल भी होगा।


5. घरेलू उपाय अपनाएं

धूप से बचने और स्किन को हेल्दी रखने के लिए कुछ घरेलू उपाय बहुत फायदेमंद हो सकते हैं:

  • एलोवेरा जेल: त्वचा पर एलोवेरा जेल लगाने से ठंडक मिलती है और सनबर्न से बचाव होता है।
  • खीरा और टमाटर: इनका रस निकालकर चेहरे पर लगाने से टैनिंग कम होती है।
  • दही और हल्दी: यह पैक लगाने से स्किन सॉफ्ट और ग्लोइंग बनी रहती है।

6. डाइट का रखें ध्यान

गर्मी में स्किन को हेल्दी रखने के लिए सही खानपान जरूरी है। विटामिन C और E से भरपूर चीजें जैसे संतरा, पपीता, बादाम और हरी सब्जियां खाएं। तले-भुने और अधिक मसालेदार खाने से बचें क्योंकि यह पसीने के साथ स्किन को और ज्यादा ऑयली बना सकते हैं।


7. मेकअप हल्का करें

गर्मियों में भारी मेकअप से बचें क्योंकि यह पसीने के कारण जल्दी खराब हो सकता है और पोर्स को ब्लॉक कर सकता है। BB क्रीम या टिंटेड मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल करें और वाटरप्रूफ मेकअप प्रोडक्ट्स चुनें।


8. रात को स्किन केयर करें

सोने से पहले स्किन को साफ करके मॉइस्चराइजर लगाएं। एलोवेरा जेल या गुलाब जल लगाने से त्वचा को ठंडक मिलती है और वह हेल्दी बनी रहती है।


निष्कर्ष

गर्मी में स्किन का ख्याल रखना बेहद जरूरी है ताकि ज्यादा धूप और पसीने से बचा जा सके। सनस्क्रीन, हाइड्रेशन, सही डाइट और घरेलू उपायों को अपनाकर आप अपनी त्वचा को हेल्दी और ग्लोइंग बनाए रख सकते हैं। तो इस गर्मी में इन टिप्स को फॉलो करें और अपनी स्किन को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाएं! 😊

गुरुवार, 23 दिसंबर 2021

Google CEO blames employee leaks to the press for reduced 'trust and candor' at the company

Google's CEO addressed a staff concern that the company has become less honest with employees. Pichai said trust has to go both ways, referring to employees leaking information to the press. Google CEO Sundar Pichai was confronted with an employee question earlier this month asking whether Google plans to more honest and direct with its staff. CNBC obtained audio from an end-of-year all-hands meeting hosted by Google CEO Sundar Pichai earlier this month. During the meeting Pichai read out an employee question which had been submitted via the company's internal system Dory. The question was: "It seems like responses to Dory have gotten increasingly more lawyer-like with canned phrases or platitudes, which seem to ignore the questions being ask [sic]. Are we planning on bringing candor, honesty, humility and frankness back to Dory answers or continuing down a bureaucratic path?" Google employees are able to vote on questions submitted through Dory, and per CNBC the question received 673 votes. Pichai appeared to blame leaks to the press as one reason why speakers' answers at meetings might seem artificial. "Sometimes, I do think that people are unforgiving for small mistakes. I do think people realize that answers can be quoted anywhere, including outside the company. I think that makes people very careful," he said. "Trust and candor has to go both ways," Pichai added. Pichai also said the company's massive size and the pandemic forcing meetings to be held virtually were contributing factors. "I've noticed more people reading off screens during the pandemic and so I think some of it contributes to answers feeling canned," Pichai said. "I think people are always nervous to answer in this setting," he added. Per CNBC, Pichai said the concern raised was "good feedback." Google has faced widespread employee discontent before the pandemic. In 2018 over 20,000 Google employees staged a walkout in protest against the company's handling of sexual harassment. Google employees formed their first-ever union in January of this year. The union called on the company to change how it handles sexual misconduct claims in July. Do you work for Google? Got a tip? Contact this reporter at ihamilton@insider.com or iahamilton@protonmail.com. Always use a non-work email account.

शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2021

Qualcomm Snapdragon 888 se less 2021 ki flexible smartphone

Smartphone chip Banane wali American company call Kam Ne Kuchh Din pahle Apna naya Nava La flagship chipset launch kiya tha naam hai Snapdragon 888 kaun kaun si company ke sath Snapdragon 888 ke sath Aane Wale Kuchh phone ka bhi pata chal gaya hai text mein Ham aapko bataenge ki Qualcomm processor mein kya Arth hai aur kaun kaun se flagship device agale Sal se Honge.  Processor Snapdragon 875 9888 Kyon Snapdragon 855 Snapdragon 875 is Ne SD 888 Naam Sunai China khushkismat your symbol Hindi mein call to make American company hai ya Chinese symbol Ko Itna photos Kyon de rahi hai children Chinese company wallpaper America Ke Pan ke bad is company ko bahut dikkat karna pad raha hai is Sabke bich Shayad Chinese favour pane ka cal kam Ka Tarika ho sakta hai to is nai Naveli chip mein kya naya hai Snapdragon 888 chip mein Qualcomm nen bahut se new feature add Kiye Hain taking technical term istemal karne Lag Jaaye Tu Sab Abba dabba jabba Sunai Denge Ham saaf aur Sidhe shabdon mein batate hain ki is nai flagship processor mein kya kya naya hai Pahle Se Jyada fast Snapdragon 865 processor C7 NM process per banaa hua tha hip ka size Jitna Chhota hota hai uski efficiency utani hi jyada hoti hai Apple ki nai a 14 wali chip ka  naya wala Snapdragon 888 processor bhi 5 NM processor per banaa hai geekbench isko abhi Nahin Aaye Hain Nahin kaha ja sakta ki Pichhle wale 865 se Ek Itna Jyada fast hai camera improvement Dragon 888 processor make gigapixel speed Qualcomm spectra ISP image signal processor hai jo computational photography ko aaega naye Speed 2.7 gigapixel second ke Raftar se picture click kar sakti hai shabdon mein convert karen to ek second Mein 12 megapixel wale 120 photo click Karega Juda Hua 5G modem HD 888 Mein Teesri generation ka Snapdragon 660 5G model Jodha 5G connectivity ke liye processor phone ke andar Jyada space Nahin khaega Sar ke sath naya aur beta GPU bhi aaega Aaj iska matlab hai pahle se behtar graphic aur smooth gaming experience Snapdragon Elite gaming adreno GPU for specially generation ke mukabale bahut jyada upgrade Kar Degi Engine Ki efficiency top10 operation Patti 2nd Main Aati Jaati Hai Ya Pichhle SD 865 processor ki rating 15 ki is wale processor ki engine waiting 26 hai kya operation of improvement Mein Shamil Hoga video recording motion tracking autofocus auto exposure phone Ke Aas Paas ke Shor sharaba hisab se phone ki awaaz Kaun Karega Snapdragon processor PNG xiaomi Vivo Oppo oneplus realme Asus Lenovo Motorola mizuno via black Shark ZTE aur Shark Tamil xiaomi MI 11 Snapdragon sunane Mein Aaya Hai Ki is device ka Ultra Wide Angle lens hoga Oppo find x p Sal 2021 ke pahle Kota Mein Aaegi plate processor istemal kar raha hai 219 sirf ISI chips less Hogi intertape of Vivo Banu Baya ke president nahin kiya hai ki naya nubia red magic tricks device is Snapdragon 888 ke sath aaega gaming smartphone banata hai to ho sakta hai ki magic tricks pahla give me phone band hai jo Snapdragon triple catalyst ko realme rate Snapdragon 888 ho sakta hai realme ki nayi flagship agale Sal February mein launch ho sakte hain redmi k40 Pro redmi general manager confirm kar diya redmi ki ke serial flagship processor ke sath Aati Hai hisab se redmi k40 Pro Snapdragon 888 wala device ko sakta hai India mein aaega ya nahin hai abhi Nahin Sakta Hai apne phone mein Jagah Denge to device nikalenge

शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2021

realme x 7 , x 7 Pro 5G xiaomi kar realme Ne India ka sabse Sasta 5G phone launch Kar Diya

Realme next phone launch realme x 7 or realme x 7 Pro Dono iPhone MediaTek 5G Diamond City processor se licence Tommy Me Tanhai Ko Pathar realme x 7 Up India ka sabse Sasta 5G smartphone ban gaya model Mein Basa respect uski kimat bhi Thodi Jyada Hamesha Kahin realme please ki design company ke Baki phone se Halki Si Aahat Hoti Hai donon ke bare buy now mein to bataenge bataenge ki kaun si chij Hamen acchi lagi aur kaun si chij kharab realme 7 Pro kimat aur sale 75 ji ka 6 GB RAM 128 GB realme.com per 12 February ko dopahar 12:00 Baje Hogi 7pro ek hi storage model mein maujud hai Flipkart aur realme.com per aayojit Hogi ICICI Bank credit card realme X smartphone 6.4 inch full HD plus super amoled display screen ki pic brightness face on its eyes speak kimat or amulet panel ke Naate sahi hai net Mein 50 percentage chalkar Dega real mein aksharon mein MediaTek dimensity 800 you 5G processor laga hua hai metre process per banaa Hua accept hai jo donon sim slot Mein Ekta real MI x 7 Pro 5G support karta hai Pagli Tor Pagla Apne Spectre hisab se chip xiaomi MI 10 I'm istemal kiye Gaye is Snapdragon 750 ji processor se behtar Lagta Hai Uske bare mein abhi Kuchh kah Nahin Sakte realme 7 camera 64 megapixel ka hai Jiske sath mein 1 8 megapixel 2 megapixel ka micro camera 16 megapixel ka hai 3.5 mm audio jack Gayab Hai realme x 7 Pro 5G specs realme x 7 Pro smartphone maybe 8.4 inch full HD plus super amoled display Hai Magar 120 refresh rate ke sath Aati Hai Iski peak brightness 12 standard model se Dukh Nahin Hai phone mein thodi Bade size ke 65 what first charging support karti hai dabbe Mein Milega aur company ka kehana hai ki device ko Waqt 35 minute mein full charge kar dega Ek 7 Pro Mein MediaTek dimensity 1000 plus 5G processor laga hua hai ek Shakti processor hai jo 7 Namita process per banaa Hua expect main Ye call Karke purane is Snapdragon 865 processor ke pass baitha hai usko nikala Ja sakta hai realme 7 Pro ki back permeate 64 megapixel ka camera Hai Magar yah Sone Ka Banaya Hua flagship imx686 sensor hai uske sath device aur 8 megapixel Ultra Wide Angle lens for megapixel front camera 32 megapixel ka hai realme x 7 series mein kya Achcha laga aur kya kharab kimat Ka hisab se realme ke specs Kafi acche Hain kiske sath donon hi phone ke design aur mote mote tagade Hote Ja Rahe Hain realme CI 7 series ke phone Halke aur patale realme 7 Pro 184 gram uski Maut Hai Bus 8.5 mm high standard model 176 8.8 yah to Ho Gai per Dene Wale marketing ko Apne Ultra wide lens outdoor 2 megapixel ke macro black-and-white Naam Ke Liye hote hain ya nahin lekin other realme X3 Jyada resolution aur Bade sensor size wala Ultra Wide Angle lens Tamil Karta to Achcha rahata 2 2 megapixel apne phone mein 3.5 mm headphone jack Pasand Karte Hain Uske bare mein itna hai Uske bare mein itna Hai

गुरुवार, 4 फ़रवरी 2021

aapki baten sunkar Google Assistant aur Shri kya karte hain

Dada Karte Hain Ki Unka smartphone Unki baten sunkar unko add padta hai abhi tak nahin kiya jata hai sabit nahin kiya Ja sakta hai smartphone company Aisa karne se Inkar Karti Hain aap ko sunkar uska data companiyon Ko bhejega To Na aapke phone ki battery bacche ki aur na hi internet Ki 24 ghante ki recording Nahin Hai Ki Nahin kya bolkar aapka phone aapki Jasoosi karta hai ya nahin is bare mein Ham Kabhi aur vistar se baten Karenge apni Marzi se Google AssistantGoogle Assistant device aur Siri Se Jo Baat Karte Hain yah Unka kya karte hain Google Assistant Kya Karta Hai Google Assistant se baat karna theek hai sahi hai Jaisa Google per search karna Aap Jo bhi baat karte hain aapki Google activity Ka Rishta Ban Jaati Hai Kisi activity se Jude add Google aap ko Dikhta Hai man Lijiye aap mein Google se poochha ki sabse badhiya please kis company ki hai Google Assistant ko chalu karne ke liye aap Android phone mein Diye Hue shortcut ko istemal kar sakte hain app Khol sakte hain ya FIR voice command Jaise hey Google yah OK Google bol sakte hain vah karta hai aur karta hai jo aap karte hain agar aap khud Chahte Hain Ki Google Assistant ko chalu karne ke bad Aap Jo bhi baat karte ho record ho to Google account setting mein jakar se chalu kar sakte hain kya hai invoice sample ko sunte Hain likhate hain aur notes lete hain yah janne ke liye ki awaaz Pehchan wale system Ne Kaisa kam Kiya Technology Ko milati Hai recording sunane Walon Ko Nahin Pata Hota ki awaaz kiski hai aap Jab Bhi Chahe to in recording ko Google account setting mein jakar delete kar sakta hai ya FIR autodelete ka option set kar sakte hain Google Assistant voice command bixby assistant deviceper Laga hota hai to kai bar yah galti se Bina OK Google Soni ji chalu ho jata hai is Surat mein aap ki personal batchit ke Aise Bhi inke pass pahunch sakte hain aapke recording per Bhale hi aap ka naam na likha ho lekin agar aap ki batchit mahine ki jankari Puja Agar ho rahi hai to uska koi Tod Nahin Hai Itna bachne ke liye aap Chahe to Google Assistant ko sirf button shortcut Ke Chalu Kariye aur OK Google type ke band kar dijiye type ke voice command ko band kar dijiye setting ko chalu ya band karne ke liye Sunta Hai Jo aap se chalu karne ke bad bol bol sakte hain aapki awaaz Ka Kya Karta Hai Google Assistant Ki Tarah Apple ka Siri bhi sirf Vahi chij Sunta Hai Jo aap se chalu karne ke bad bolate Hain Ab Jo Bhi baten Karte Hain vah store hoti hain aur inke Awaaz sunane wale system ko Behtar banane Shri assistant device ke liye istemal Hote Hain your yah bhi bataya ki inke pass sirf Siri Se Ki Hui batchit hi nahin aati Thi balki Logon ki personal batchit bhi hoti Thi ismein drug deal quality time batate Hue couple docter se batchit ho gaya Shamil tha yah recording Apple ke karmchari ki Karte Hai Ki Nahin Ja Sakta aapki or Siri ki batchit aapke marketing profile Nahin banata aur na hi news kisi ko bhejta hai aapke aur Teri Ki batchit Apple ke pass Chhe mahine Tak rahti hai ki padati hai usmein se nikal kar dictation district or delete Karne ka option mil Jaega band kar sakte hain

एक एरोप्लेन अधिकतम कितनी ऊंचाई तक उड़ सकता है? | Aircraft's Maximum Altitude ? #aircraft

एक एरोप्लेन अधिकतम कितनी ऊँचाई तक उड़ सकता है? मानव सभ्यता ने विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में अद्भुत प्रगति की है। आज हम उन विमानों को देख स...