फोन बनाने वाली कंपनियां धड़ाधड़ फोन लांच कर रही हैं Xiaomi aur रियल मी जैसी company mein kam se kam 10-12 phone to launch Kar Hi देती है
. kam Dam mein aur Behtar Parichay Dene Ka competition ka natija Hai Ki Ab Jyada Tarah smartphone kam kimat per acche specs ke sath Le Jaate Hain Kuchh kam hai jo in Sabhi device Mein Pai jaati hai taknik visheshagya aur Samiksha ki kamiyon ko Bar Bar dwara chuke hain lekin companiyon ke star per is babat Kuchh Kiya ja raha hai aisi Jankari Janna Ko Nahin milati Hai स्मार्टफोन के कमियां सिर्फ यूजर के लिए खराब साबित होती हैं कंपनी के लिए एक बड़ी फायदेमंद मानी जाती है हमने ऐसे ही कुछ चीजों की एक लिस्ट बनाई है जो अगर 2020 के फूलों में ना होती तो यूजर का एक्सपीरियंस और अच्छा हो जाता अगर फोन बनाने वाली कंपनियां 2021 में लांच होने वाले स्मार्टफोंस में इन कमियों को दूर कर ले तो ग्राहकों का दिल गार्डन गार्डन हो सकता है फोन में विज्ञापन विज्ञापन की शिकायत बहुत लंबे टाइम से चलती आ रही है
शाम में रियल मी और सैमसंग अपने फोन के सॉफ्टवेयर में ऐड घुसा देते हैं स्क्रीन पर देते हैं कभी नोटिफिकेशन पैनल में तो कभी सिस्टम एप्स के अंदर ज्यादा कंपटीशन के चलते कंपनियां होती है देकर फोन खरीदने के इस पर रोक लगाए जाने की बात कहते हैं भले ही इसके चलते फोन की कीमतें बढ़ानी पड़ी अगर कंपनियां अपनी बिजनेस प्रैक्टिस को बदलने के मूड में नहीं है तो हमारी समझ से इनके सामने एक और रास्ता है इन्हें अपने हर डिवाइस का एक ऐड फ्री वर्जन भी बनाना चाहिए उसे दाम पर बेचे जिन कस्टमर को ऐड फर्क नहीं पड़ेगा वह सस्ता वाला डिवाइस ले लेंगे और ज्यादा पैसे खर्च कर लेंगे चार कैमरे मगर काम का बस एक जब से फोन के बैक पर एक से ज्यादा कैमरा सेंसर होने का चलन शुरू हुआ है तब से हर कंपनी ने 4 कैमरा फीचर देने को मानक बना दिया है गूगल पिक्सल 4a और आईफोन एसी को अगर छोड़ दिया जाए तो बाकी किसी भी फोन की बैक पर सिंगल कैमरा नहीं मिलता यहा त क 0 ₹7000 के बजट फोन में तो कैमरे देखने को मिलते हैं असल में इन चार चार लेंस वाले मोबाइल फोंस में काम का लेंस बस एक ही होता है 2 मेगापिक्सल इंडक्शन सर 2 मेगापिक्सल वाले मैक्रो लेंस और 8 मेगापिक्सल वाले अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस का होना ना होना बराबर ही है उनके दाम को कम रखने के लिए कंपनियां नाम के लिए एक्स्ट्रा कैमरा लगा देती हैं इस चक्कर में फोन की कॉस्ट का जो हिस्सा एक अच्छे से मेन कैमरा को खरीदने के लिए इस्तेमाल हो सकता था वह फालतू के संसद लगाने पर खर्च हो जाता है अब कंपनियों को चाहिए कि कस्टमर के दिमाग से खेलना बंद कर दें और बैक पर काम के ही कैमरा सेंसर लगाएं
Screen aur vajan Sal 2020 mein bahut smart phone Aaye Jo is Waqt aur Dam per Tu Puri Tarah Se Khade Uttaran lekin vah vajan mein itne Bhari nikalegi chalane Mein Hath Dard kar de smart phone ki screen Kitni Badi Thi Ek Hath se chalana Mumkin Nahin Lagta mobile phone ki screen ka size Dhire Dhire 7 inch per pahunch raha hai aur वजन ढाई सौ ग्राम ए स्मार्टफोन मोबाइल ना होकर टेबलेट जैसे बनते जा रहे हैं कई यूजर्स के लिए यह पैदा करने वाला है जो बड़ी बैटरी और ग्लास बैक देने की वजह से देखने को मिल रही है अगर छोटे फॉर्म फैक्टर के फोन में छोटी स्क्रीन होती है इसलिए बैटरी का खर्च भी कम होता है इस पैक का क्या किया जाएगा अगर आपका फोन पत्थर जैसा फिल देने लग जाए ग्लास की जगह पर बढ़िया ट्रैक्टर वाली प्लास्टिक के इस्तेमाल की जा सकती है
12 साल में एक अच्छे प्लास्टिक बैग वैसे भी ज्यादातर लोग कमाल करते हैं और जो नहीं करते इसके लगा सकते हैं दूसरा एप्स तो स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियां अपना खुद का एप्प और भी बनाती हैं प्ले स्टोर के साथ-साथ इनका खुद का एप्प और भी फोन में पड़ा रहता है तो पूरी कोशिश करते हैं कि जब आपको ऐप इंस्टॉल करें तो वह आप को याद दिलाएंगे गूगल प्ले स्टोर से नहीं बल्कि इनके एप स्टोर एप इंस्टॉल किया जाए क्या सवाल बनता है जब प्ले स्टोर मौजूद है तब दूसरा एप्स तोर क्यों चाहिए दूसरे ऐप तौर पर सिक्योरिटी को लेकर भी चिंता रहती है इसलिए कंपनियों को अपने खुद के एप्स टो डिवेलप करने के प्लान को रोक लेना चाहिए चिपकू ब्लोटवेयर रोड में दिक्कत लगभग हर स्मार्टफोन में है और वेयर मतलब कि वह फालतू कहर जो आपके फोन में पहले से पड़े पढ़ाए आते हैं स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी को इन एप्स को अपने फोन में डालने के लिए पैसे मिलते हैं अगर कुछ बोल में ऐसे चिपकू ब्लूटूथ होते हैं जो आप डिलीट भी नहीं कर सकते अब इनका इस्तेमाल तो करते नहीं बस आपके फोन में पड़े रहते हैं और मेमोरी खाते रहते हैं फोन बनाने वाली कंपनी यह कि भले ही ब्रॉडवे डाल कर दे दे मगर इनको चिपकू ना बनाएं फोन खरीदने वाले के पास पावर होनी चाहिए कि वह चाहे तो इनको रखें चाहे तो हटा दे फ्लैश तेल शो मी रियल मी मोटोरोला अक्सर अपने नए फोन को फ्लैश सेल पर बेचते मतलब कि इनके पास फोन का लिमिटेड स्टॉक होता है जिससे यह 1 दिन और समय पर बेचते सेकंड में फोन भी खत्म हो जाते हैं और अगली सेल के लिए कई बार पूरे हफ्ते का इंतजार करना पड़ता है इसी चक्कर ऑनलाइन बिकने वाले फोन की ऑफलाइन मार्केट में कालाबाजारी चालू हो जाती है कंपनियों को चाहिए कि फ्लैश सेल का सिस्टम खत्म कर दें लॉन्च चाहे जब करें तेल तभी चालू करें जब अच्छा आप सक हो जाए इंट्रोडक्टरी प्राइस प्लस
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